जिन दोस्तों कैसे हैं आप लोग Hindimetalk.com पर आपका स्वागत है आज हम बात करने वाले कैमरा के विषय में इस लेख में हम जानेंगे कि कैमरा क्या है कैमरे का आविष्कार किसने किया और कब किया। पूरी दुनिया में शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जिसने अपनी फोटो ना खिचाई हो या फिर कैमरा ना देखा हो लेकिन क्या आप कैमरे के इतिहास के विषय में जानते हैं यदि नहीं तो आज का हमारा यह लेख आपके लिए ही है।
आज के समय में सायद ही कोई ऐसा होगा जो की नया फोन लेने से पहले उसका कैमरा न देखता हो बहुत से लोग तो ऐसे भी है जो केवल अच्छे कैमरे देखकर ही फोन खरीदते हैं। आज हम मटर के दाने के बराबर के कैमरे इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन क्या आपको पता है दुनिया पहला कैमरा एक कमरे के आकार जितना बड़ा था जिससे एक फोटो लेने में करीब 8 घंटे लगते थे।
आइए अब कैमरे के बारे में विस्तार से जानते है आपसे निवेदन है कि इस लेख को आप अंत तक जरूर पढ़े यहां दी गई हर जानकारी को आप तक पहुंचने के लिए हमने कई घंटे तक मेहनत किया ताकि एक ही लेख में कैमरे से जुड़ी सारी जानकारी आप तक पहुंचा सके।
कैमरा क्या है? what is camera in hindi.
कैमरा क्या है। कैमरा शब्द लैटिन के कैमरा ओब्सक्योरा से आया है जिसका अर्थ होता है अंधेरा कक्ष। कैमरा एक ऐसी प्रकाशीय युक्ति है जिसका उपयोग करके किसी भी व्यक्ति वस्तु की स्थिर छवि रिकॉर्ड(बनाई) जा सकती है आज कल के कैमरो का उपयोग वीडियो बनाने केलिए भी किया जाता है जिन्हे डिजिटल कैमरा भी कहते है।
Camera का अविष्कार किसने किया और कब किया।
कैमरा का अविष्कार(कैमरा की खोज) Joseph Nicephore Niepce ने सन 1825 में किया था इनके द्वारा बनाए गए कैमरे से एक फोटो को लेने में 3 मिनट लगते थे। इस कैमरे से खींची गई फोटो का चित्र एक सिल्वर कोटेड प्लेट पर बनाता था जो की अधिक समय तक सुरक्षित नहीं रहता था। कैमरे की खोज बहुत ही रहस्यमई है। यदि आप अच्छे से कैमरे की खोज को समझना चाहते हैं तो नीचे कैमरे के इतिहास के बारे में बताया गया है जिसे पढ़ने पर आपको कैमरे के अविष्कार से जुड़ी बहुत जानकारी मिलेगी।
कैमरे का इतिहास क्या हैं ।(History of camera in hindi).
कैमरे का अविष्कार कैमरे के इतिहास में छुपा हुआ है जिसे जानना आपके लिए बहुत जरूरी है इसे पढ़ने के बाद ही आप आप जान पाएंगे की कैमरे का अविष्कार किसने किया था।तो आइए देखते हैं कि कैमरे का इतिहास क्या है।
सबसे पहले 1550ई में किसी ने देखा की जब अंधेरे कमरे मे कही छोटा सा छिद्र कर दिया जाए तो बाहर का उल्टा प्रतिबिंब छिद्र के सामने वाले दीवार पर अंधेरे कमरे मे बनाता है जिसके बाद लोग उस छाया को कागज के पर्दे पर हाथ से उकेरा करते थे। इस प्रक्रिया में 8 घंटे लग जाते थे। कुछ दिनों बाद इसे एक बॉक्स के रूप में बदल कर इसके द्वारा छाया चित्र बनाया जाने लगा लेकिन अभी भी इस बॉक्स नुमा कैमरे की आकार बहुत बड़ा होता था।
सबसे पहले फोटोग्राफी के लिए पर्याप्त छोटा और पोर्टेबल पहला कैमरा बनाने की कल्पना 1685 में जोहान ज़हान द्वारा की गई थी, और लगभग 150 साल बाद 1825 में Joseph Nicephore Niepce ने सुबाहा पोर्टेबल कैमरा बना लिया।
1839 में, Niepce के पूर्व साथी लुई Daguerre ने एक daguerreotype के साथ एक व्यावहारिक फोटोग्राफिक प्रक्रिया बनाई इस प्रक्रिया में डागुएरे ने सिल्वर प्लेटेड शीट ली जो तांबे से बनी थी और सिल्वर आयोडाइड से लेपित थी। जो की प्रकाश के संपर्क में आने पर यह सामग्री एक छवि उत्पन्न करती थी यह विकास हमें एक अच्छे कैमरे के आविष्कार की ओर ले जा रही थी।
रिचर्ड लीच मैडॉक्स की एक अद्भुत खोज ने पहली जिलेटिन सूखी प्लेट बनाई। इस आविष्कार ने पहली "तात्कालिक" तस्वीर बनाई। इस आविष्कार ने हाथ से पकड़े हुए कैमरों का जन्म शुरू किया क्योंकि छवि बनाने के लिए अब बड़े भारी कैमरों की आवश्यकता नहीं थी।
फिर, 1885 में, जॉर्ज ईस्टमैन ने पेपर फिल्म का निर्माण और निर्माण शुरू किया। 1888 में ईस्टमैन ने कोडक कैमरा बनाया। बॉक्स में एक निश्चित फोकस लेंस और एक एकल शटर गति शामिल थी। कैमरा 100 चित्रों के लिए पर्याप्त फिल्म से लैस था और प्रत्येक रोल के अंत में तस्वीरों को संसाधित करने और फिल्म को फिर से लोड करने के लिए कोडक की आवश्यकता थी। इन कैमरों की कीमत बहुत कम थी और यह आविष्कार बड़े पैमाने पर फोटोग्राफी की शुरुआत थी।
1913 में ऑस्कर बार्नैक ने एक छोटे कैमरे के आविष्कार की संभावना पर शोध करना शुरू किया जिसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता था। प्रथम विश्व युद्ध के बाद लीका कैमरा का व्यावसायीकरण शुरू हुआ, और उन्होंने आखिरकार लीका 1 नामक दूसरा मॉडल विकसित किया। उस समय के कई कैमरा निर्माताओं ने इस उदाहरण का अनुसरण किया और जनता को बेचने के लिए अधिक कॉम्पैक्ट कैमरों का उत्पादन शुरू किया। कुछ वर्षों में ही कैमरे का आकार सिकुड़ने लगा। 1948 में, Polaroid उस समय के लिए एक अपरंपरागत कैमरा लेकर आया, जिसे आमतौर पर पहले इंस्टेंट-पिक्चर कैमरा के रूप में जाना जाता है। 1960 के दशक तक, पोलरॉइड कैमरों को उस समय का सबसे लोकप्रिय कैमरा माना जाता था।
पहला डिजिटल कैमरा 1988 में विकसित किया गया था।
दुनिया के पहले कैमरे का क्या नाम था | पहला कैमरा किस कंपनी था।
वैसे तो दुनिया के पहले कैमरे का कोई नाम नहीं था लेकिन सन 1888 में कोडक(kodak) नाम की एक कंपनी ने पहली बार कैमरे को बेचना शुरू किया था यह एक सुबाहा(जिसे आसानी से एक स्थान दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है) कैमरा था। और इस समय उसकी कीमत केवल 2$ थी। उस समय पूरी दुनिया में कैमरे की दूसरी कोई कंपनी नही थी इसलिए उन्होंने अच्छा खासा पैसा कमाया।यह एक अमेरिकन कंपनी थी।
दुनिया का पहला कैमरे वाला मोबाइल फोन।
Wikipedia के अनुसार दुनिया का पहला कैमरे वाला मोबाइल फोन Kyocera Visual Phone VP-210 था जिसे मई 1999 जापान में लॉन्च किया गया था इसमें फोटो खींचने के साथ ही वीडियो भी बनाया जा सकता था और इन्हे वायरलेस तरीके से दूसरे कंप्यूटर या फोन में भेजा जा सकता था।उस समय इस कैमरे वाले फोन को "mobile videophone" के नाम से जाना जाता था।
निष्कर्ष।
आज के इस लेख में हमने जाना कि कैमरे का अविष्कार किसने किया, और कब किया और इसके साथ ही हमने कैमरे के इतिहास पर अच्छे से चर्चा किया और दुनिया के पहले कैमरे और कैमरे वाले फोन के विषय मे भी बात किया अब आपसे ये निवेदन है कि आप इस लेख को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं ताकि और लोग कैमरे के इस सफर के बारे मे जान सके।
धन्यवाद!
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