एयरोप्लेन या हवाई जहाज का रंग सफेद ही क्यों होता है।
हवाई जहाज का रंग सफेद रखने के पीछे इस रंग के कुछ गुण है आइए इनके बारे मे जानते हैं कि वो कौन से गुण है सफेद रंग में जिसकी वजह से लगभग सभी हवाई जहाजों का रंग सफेद रखा जाता है।
एयरोप्लेन या हवाई जहाज का रंग सफेद क्यों होता है?
1. सफेद रंग हल्का होता है। अन्य रंगो की अपेक्षा सफेद रंग के पेंट भार में हल्के होते हैं, आपको जान कर हैरानी होगी एक बड़े साइज के हवाई जहाज को पेंट करने में कम से कम 500 से 600 लीटर पेंट लगता है। यदि किसी और रंग का इस्तेमाल किया जाए तो यह भार और भी ज्यादा हो सकता है। और हवाई जहाज अपने वजन के अनुसार ही ईंधन की खपत करता है। इसलिए सफेद रंग का उपयोग किया जाता है।
2. सफेद रंग सस्ता होता है। सफेद रंग अन्य रंगो की अपेक्षा सस्ता भी होता है चूंकि बहुत अधिक मात्रा में पेंट की आवश्यकता होती हैं इसलिए सफेद रंग का इस्तेमाल करने से कुछ पैसे बच जाते हैं।
3. सफेद रंग सूर्य के प्रकाश को परावर्तित कर देता है। सफेद रंग सूर्य के प्रकाश को लगभग पूरी तरह से परावर्तित कर देती है जिससे प्लेन जल्दी गर्म नही होता है। यदि किसी और रंग के पेंट का उपयोग किया जाए तो प्लेन जल्दी से गर्म हो जायेगा जिसके कारण उसे ठंडा रखने के लिए अधिक ऊर्जा की खपत होगी।
4. सफेद रंग में टूट फुट आसानी से दिख जाती हैं। जैसे हमारे सफेद कपड़े में दाग आसानी से दिखाई देता है ठीक उसी तरह प्लेन में किसी प्रकार की टूट फुट होने पर या क्रैक आ जाने पर आसानी से दिखाई पड़ जाता हैं जिससे सही समय पर उसकी मरम्मत कर दी जाती हैं।
5. सफेद रंग अधिक चलता है। आम तौर पर देखा गया है कि सफेद रंग अन्य सभी रंगो की अपेक्षा अधिक समय चलाते हैं और चमक भी बनी रहती है यही कारण है कि अधिकतर गाड़ियां भी सफेद रंग की ही होती हैं। क्योंकि अन्य रंगो की चमक बहुत तेजी से कम होती हैं जिससे चीजे जल्दी ही पुराने लगने लगते है।
6. पक्षिया सफेद रंग से दूर जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि पक्षियां चमकीले रंग से दूर भागती है चुकी हम लोग जानते है कि सफेद रंग प्रकाश की रोशनी को परावर्तित कर देता है इसलिए सफेद रंग से चमक निकलती है जिसके कारण पक्षियां प्लेन से हो जाती है और टकराने से बच जाती है।
उम्मीद है कि आपको समझ में आ गया होगा कि एयरोप्लेन का रंग सफेद क्यों होता है आपसे निवेदन है आप इसे अपने मित्रों के साथ जरूर साझा करें।
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