NSE और BSE में क्या अंतर है? आइए जानते हैं!
NSE और BSE में क्या अंतर है? Difference between nse and bse.
NSE और BSE मैं बहुत सारे अंतर हैं जिनका उल्लेख यहां पर अच्छे से किया गया है। आइए इन्हे टॉपिक वाइस एक एक करके जानते हैं।
1. फुल फॉर्म।
NSE का फुल फॉर्म "National stock exchange" होता है जबकि BSE का फुल फॉर्म "Bombay stock exchange " होता है।
2. स्थापना।
NSE की स्थापना 1992 में आज से लगभग 31 वर्ष पूर्व की गई थी जबकि BSE की स्थापना 9 जुलाई 1875 को उस समय के मशहूर कॉटन व्यापारी प्रेमचंद रॉयचंद जी ने किया था।
3. लिस्टेड कंपनियों की संख्या।
NSE में वर्तमान में 2117 कंपनियां लिस्टेड हैं जबकि BSE में 5307 कंपनियां लिस्टेड है।
4. मार्केट कैपिटल।
NSE का वर्तमान में मार्केट कैपिटल 3.26 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है जबकि BSE का वर्तमान में मार्केट कैपिटल 3.8 ट्रिलियन यूएस डॉलर है।
5. दुनिया में रैंकिंग।
NSE और BSE दोनों दुनिया के टॉप 10 स्टॉक एक्सचेंज के अंदर आती है NSE दुनिया में छठे नंबर पर आती है BSE आठवें नंबर पर।
6. कहां स्थित है।
NSE महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित है और BSE महाराष्ट्र में मुंबई के दलाल स्ट्रीट पर स्थित है।
7.कंपनी का प्रकार।
NSE एक प्राइवेट कंपनी है जो कुछ बैंक और इंस्टिट्यूशन के स्वामित्व में आता है जबकि BSE एक पब्लिक लिस्टेड कंपनी है और यह NSE में BSE के नाम से लिस्टेड है।
8. लिक्विडिटी।
लिक्विडिटी का तात्पर्य शेयर खरीदे और बेचे जाने से है, एनएससी में बीएससी की अपेक्षा बहुत अधिक लिक्विडिटी होती है।
9. सूचकांक। (Index).
NSE का सूचकांक निफ़्टी है इसके अंदर कुल 50 कंपनियां हैं जो पूरे बाजार के 13 सेक्टर से है जबकि BSE का सूचकांक सेंसेक्स है। इसके अंदर कुल 30 कंपनियां हैं जो पूरे बाजार के 10 सेक्टर से है।
10. उत्पाद।
NSE इक्विटी, करेंसी, कमोडिटी, डेरिवेटिव, ईटीएफ, म्यूच्यूअल फंड्स, कॉर्पोरेट बॉन्ड, आईटीओ, एफपीओ, OFS आदि की सुविधा मिलती हैं जबकि BSE में डेरिवेटिव, करेंसी,ब्याज दर डेरिवेटिव, ऋण उत्पाद, Security Lending & Lending Platform, आईपीओ, SME प्लेटफार्म, म्यूचुअल फंड, ईटीएफ और OFS की सुविधा मिलती है।
11. वेबसाइट।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का वेबसाइट www.nse.com है और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का वेबसाइट www.bse.com है।
निष्कर्ष।
निष्कर्ष के तौर पर देखा जाए तो एनएसई और बीएसई में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है लेकिन लिक्विडिटी के मामले में एनएससी बीएससी से बहुत ज्यादा बेहतर है यदि आप शॉर्ट टर्म के लिए ट्रेड करना चाहते हैं तो आपके लिए एनएससी बहुत बेहतर होगा अगर आप लॉन्ग टर्म के लिए इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं छोटी-बड़ी सभी कंपनियों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो आपको BSE की तरफ जाना चाहिए।
वीडियो की सहायता से और आसानी से एनएसई और बीएसई के बीच अंतर को समझने के लिए आप basic gyan के इस वीडियो को देख सकते हैं।
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