जय हिंद दोस्तों कैसे हैं आप लोग hindimetalk.com पर आपका स्वागत है आज के इस लेख में हम जानेंगे कि kva rating क्या होती है और Transformer ki rating kva me kyo hoti hai.
मैं यहां गारंटी के साथ कह सकता हूं कि आपने इसके पहले भी कई बार समझने का प्रयास किया होगा की ट्रांसफार्मर की rating KVA में ही क्यों होती है। और मैं यह भी गारंटी के साथ कह सकता हूं कि आपको यह पूरी तरह से कभी समझ में नहीं आया होगा।
इसके ना समझ में आने का मुख्य कारण यह है कि हम लोग सीधे यह जानने का प्रयास करते हैं कि ट्रांसफॉर्मर की रेटिंग केवीए क्यों होती है जबकि हमे kva और kw के बारे में पता ही नहीं होता है की KVA क्या है और kw क्या है।
Electical power। विद्युत शक्ति।
- Active power
- Reactive power
- Apparent power
1. Active power।
2. Reactive power।
Reactive power वह पावर होता है जो किसी विद्युत उपकरण या सिस्टम में किसी ना किसी रूप में क्षय हो जाती है। जैसे जब किसी विद्युत मोटर को elctrical power दी जाती है तो उसका कुछ भाग सर्वप्रथम उसमें फ्लक्स उत्पन्न करने में और कुछ भाग Copper loss और core loss के रूप में व्यर्थ हो जाता हैं जिसे Reactive power कहते हैं। इसे Q से प्रदर्शित करते हैं। Q= vi sinφ होता है। इसका मात्रक watt होता है।
3. Apparent power।
Apparent power वह पावर है जो किसी विद्युत उपकरण या सिस्टम को इनपुट में दी जाती है। यह एक्टिव पावर और रिएक्टिव पावर का योग होता है। इसकी रेटिंग KVA में होती है। जिस भी विद्युत उपकरण के आउटपुट में electrical power मिलती है उन सभी उपकरणों की रेटिंग केवीए में होती है। इसे S से प्रदर्शित करते हैं। S= vi होता है।इसका मात्रक volt होता है।
पावर फैक्टर क्या है। Power factor in hindi.
पावर फैक्टर active power और apparent power का अनुपात होता है इसे cosφ से व्यक्त किया जाता है। Power factor का अधिकतम मान 1 हो सकता है।
आदर्श स्थिति में करेंट और वोल्टेज एक साथ चलते हैं लेकिन विभिन्न प्रकार के लोड के कारण वोल्टेज और करेंट आगे पीछे हो जाते है। जब Current voltage से पीछे हो जाता है तब लैगिंग पॉवर फैक्टर होता है और जब Current voltage से आगे निकल जाता है तब लीडिंग पावर फैक्टर होता है। और जब लोड सोर्स से प्राप्त सप्लाई को पूरी तरह से उसे कर लेता है तो वहा पर unity power factor होता है।
पॉवर फैक्टर हमेशा AC सिस्टम में विभिन्न प्रकार के विद्युत लोड के कारण होता है। विद्युत लोड तीन प्रकार के होते हैं।
- Inductive load
- Rasistive load
- Capacitive load
Inductive load की स्थिति में पावर फैक्टर lagging होता है और Rasistive load के स्थिति में यूनिटी पावर फैक्टर होता है तथा Capacitive load की स्थिति में पावर फैक्टर lagging होता है।
∆ वोल्टेज और करंट में क्या अंतर होता है।
KVA रेटिंग क्या है। What is kva in hindi.
KW रेटिंग क्या है। What is kw in hindi.
Kw का फुल फॉर्म kilo watt होता है। यह भी एक प्रकार का मात्रक है जिसका उपयोग किसी विद्युत उपकरण या विद्युत परिपथ में Active पावर को दर्शाने के लिए किया जाता है। W = V×A×P.F. अगर इसकी वैल्यू 1000 वॉट हो जाता हैं तो इसे 1KW या KW से दर्शाया जाता है। यदि हम kw में पावर फैक्टर का भाग करते तो वह kva में बदल जाएगा।
Transformer की rating kva में क्यों होती हैं।
ट्रांसफॉर्मर की रेटिंग kva में इसलिए होती है क्योंकि ट्रांसफार्मर में किसी प्रकार का पावर फैक्टर नहीं होता है। kva में केवल उन्हीं उपकरणों की रेटिंग होती है जिनमें विद्युत शक्ति केवल वोल्ट और एंपियर के रूप में होता है तथा जिनमे power factor का ज्ञान नही होता है। और हम जानते है कि Transformer में इलेक्ट्रिकल पावर वोल्ट व एम्पीयर के रूप मे होता है और ट्रांसफार्मर में पावर फैक्टर का भी ज्ञान नहीं होता है इसलिए ट्रांसफार्मर की रेटिंग केवीए में होती हैं।
AC सिस्टम में Power factor विभिन्न प्रकार के विद्युत लोड के कारण होता है और हम सबको पता है कि ट्रांसफार्मर खुद किसी प्रकार का लोड नहीं है और वह इलेक्ट्रिकल पावर को भी कंज्यूम नही करता है। इसलिए ट्रांसफार्मर में किसी प्रकार का पावर फैक्टर नहीं होता है और पावर फैक्टर ना होने की वजह से ट्रांसफॉर्मर की रेटिंग के केवीए में होती है।
विभिन्न प्रकार के लोड का पावर फैक्टर लगभग निश्चित होता है अगर हम लोग यह मान ले कि ट्रांसफार्मर पर किसी विशेष प्रकार के लोड को ही जोड़ा जाएगा तब हम उस ट्रांसफॉर्मर की रेटिंग के KW में कर सकते हैं लेकिन सामान्य तौर पर जो ट्रांसफार्मर बनाए जाते हैं ट्रांसफार्मर निर्माता को यह जानकारी नहीं होती है कि उस ट्रांसफार्मर पर किस प्रकार का लोड लगाया जाएगा इसलिए उसकी रेटिंग kva में होती है
ट्रांसफार्मर इलेक्ट्रिकल पावर को नहीं बदलता है वह केवल वोल्टेज और करंट को बदलता है। और ट्रांसफार्मर में मुख्य रूप से केवल दो ही लॉस होते हैं पहला core loss और दूसरा copper loss, Core loss वोल्टेज पर निर्भर करता है और copper loss करेंट पर निर्भर करता है। अतः ट्रांसफॉर्मर में जो पावर होती हैं वह वोल्ट व करेंट के रूप मे होती हैं इसमें पावर फैक्टर का कही नाम ही नहीं होता है और वोल्टेज तथा करेंट को केवल VA या KVA में ही मापा जा सकता है इसीलिए ट्रांसफॉर्मर की रेटिंग केवीए में होती है।
अगर आप इस सवाल का जवाब किसी इंटरव्यू में दे तो वहां पर यह बात बोल सकते हैं कि जिन विद्युत उपकरणों, मशीनों के आउटपुट में हमें इलेक्ट्रिकल पावर मिलती है उन सभी की रेटिंग केवीए में की जाती है क्योंकि वहां पर हमें पावर फैक्टर का ज्ञान नहीं होता है।
ट्रांसफॉर्मर की रेटिंग KW में क्यों नहीं होती है।
मोटर की रेटिंग KW में क्यों होती हैं?
मोटर की रेटिंग kw इसलिए होती है क्योंकि इसमें हमे पता होता है की यह एक इंडक्टिव लोड है और इसमें पावर फैक्टर लैगिंग होता है। और kw में रेटिंग करने के लिए हमे वोल्ट अमीर और पावर फैक्टर की आवश्यकता होती है और मोटर में हमे ये तीनो आसानी से मिल जाते हैं।
KVA और KW में क्या अंतर है। Difference between kva and kw.
Kva और kw में अंतर केवल power factor का होता है। यदि हम kva में P.F. का गुणा कर दे तो यह KW बन जाएगा और अगर KW में P.F. का भाग दे देते है तो यह kva बन जाएगा।
Apparent power को kva में दर्शाया जाता है जबकि Active power को KW मे दर्शाया जाता है।
∆ Capacitor क्या है? इसका उपयोग क्यों किया जाता हैं?
∆ VFD क्या है। इसका प्रयोग क्यों किया जाता है।
अगर अभी भी आपके पास इससे जुड़ा कोई सवाल है तो आप हमसे कॉमेंट करके पूछ सकते है। यदि हमारा यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे अपने मित्रों के जरूर साझा करें। धन्यवाद!
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